इंडिया ही नहीं दुनिया भर में है इन 4 भारतीय टायर कंपनियों का राज, वर्ल्ड के टॉप 20 ब्रांड्स में बनाई जगह

 

MRF, अपोलो टायर्स, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज और CEAT दुनिया की टॉप 20 टायर कंपनियों में शामिल हुए हैं, जिससे भारतीय टायर उद्योग की ग्लोबल पहचान मजबूत हुई है. रेसिंग टायर बनाने के मामले में तो MRF दुनिया का नंबर 1 ब्रांड बना हुआ है. इसके अलावा अपोलो टायर्स, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज और CEAT भी दुनिया में अपनी पोजीशन को लगातार मजबूत कर रहे हैं.





नई दिल्ली. भारतीय टायर कंपनियों ने अपनी ग्लोबल इमेज को मजबूत किया है. टायर बिजनेस की और से पब्लिश की गई लेटेस्ट ग्लोबल टायर रिपोर्ट के अनुसार, चार भारतीय टायर निर्माता दुनिया की टॉप 20 टायर कंपनियों में शामिल हुए हैं, ये रिपोर्ट CY2024 की सेल्स पर आधारित है. MRF ने 13वें नंबर पर पहुंचकर भारतीय ब्रांड्स में सबसे ऊपर है, जबकि अपोलो टायर्स 14वें स्थान पर है. जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज ने 19वां नंबर हासिल किया है, वहीं CEAT ने 20वें नंबर पर आकर इस लिस्ट में जगह बनाई है.

अपोलो टायर्स की ग्लोबल रैंकिंग
अपोलो टायर्स ने 2013 के बाद से अपनी ग्लोबल रैंकिंग में तीन स्थानों का सुधार किया है, जबकि जेके टायर ने इसी अवधि में छह स्थानों की छलांग लगाई है. CEAT ने पिछले एक साल में तीन स्थानों की बढ़त के साथ खास ग्रोथ दिखाई है.

फार्म टायर्स में MRF दुनिया में नंबर 2
भारतीय निर्माता स्पेसिफिक और हाई एंड परफॉर्मेंस वाले क्षेत्रों में भी ग्लोबल लीडरशिप स्टैब्लिश कर चुके हैं. रेसिंग टायर बनाने के मामले में MRF तीन प्लांट्स के साथ दुनिया में नंबर 1 ब्रांड बना हुआ है. मोटरसाइकिल टायर निर्माण में MRF चार प्लांट्स के साथ दूसरे स्थान पर है, इसके बाद CEAT तीन प्लांट्स के साथ है. फार्म टायर क्षेत्र में MRF सात प्लांट्स के साथ ग्लोबल लेवल पर दूसरे नंबर पर है.

ATMA और PwC इंडिया की जॉइंट रिपोर्ट
ATMA और PwC इंडिया की जॉइंट रिपोर्ट “विकसित भारत 2047: भारतीय टायर उद्योग के लिए विजन और रोडमैप” के अनुसार, भारत में टायर उत्पादन की मात्रा 2047 तक लगभग चार गुना बढ़ने की संभावना है, जबकि उद्योग की आय लगभग बारह गुना बढ़कर करीब ₹13,00,000 करोड़ तक पहुंच सकती है.

ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के महानिदेशक राजीव बुधराजा ने कहा, “दुनिया की शीर्ष 20 टायर कंपनियों में चार भारतीय कंपनियों की मौजूदगी भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के लिए गर्व की बात है. यह न सिर्फ हमारे द्वारा हासिल किए गए स्तर को दर्शाता है, बल्कि तकनीक और वैश्विक प्रतिस्पर्धा पर भारतीय कंपनियों के फोकस को भी दिखाता है. यह उपलब्धि भारत के उच्च गुणवत्ता वाले, मूल्य-आधारित टायर निर्माण के वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने की पुष्टि करती है.”
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